दत्तात्रेय वशीकरण मंत्र साधना
भगवान दत्तात्रेय के बारे मे ऐसा माना गया है की वो शिवभक्तों के लिए भगवान शिव के अवतार है तो दूसरी तरफ वैष्णव समुदाय के लिए भगवान विष्णु के अवतार है। भगवान दत्तात्रेय की पूजा सा इंसान को बुद्धि, ज्ञान और बल प्राप्त होता है और दत्तात्रेय मंत्र साधना से इंसान के हर कष्ट भी दूर हो जाते है। इनमे ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों का ही स्वरूप छिपा है। ऐसा भी कहा गया है कि दत्तात्रेय आजन्म ब्रह्मचारी और दिगम्बर रहे थे और उनकी साधना करने से इंसान को शीघ्र फ़ल मिलता है। क्यूकी इनमे ईश्वर और गुरु दोनों के ही रूप समाहित हैं तो इसलिए इन्हे ‘ श्री गुरुदेव दत्त ‘ भी कहा जाता है। हमारे शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष (अगहन) मास की पूर्णिमा को दत्त जयंती मनाई जाती है क्यूकी इसी दिन भगवान दत्तात्रेय का जन्म हुआ था।
आज हम आपको दत्तात्रेय साधना के वो मंत्र बताएँगे जिनके प्रयोग से आप अपने सभी कष्टों से मुक्ति पा सकते है। मंत्र: ऊँ दिगंबराय विद्य्हे योगीश्रारय् धीमही तन्नो दतः प्रचोदयात!!
ऊँ द्रां दत्तात्रेयाय नमः!!
ॐ द्रां दत्तात्रेयाय स्वाहा
गुरुवार और हर पूर्णिमा की शाम अगर आप इन मंत्रों के द्वारा भगवान दत्तात्रेय की उपासना करते है तो इसे काफी अच्छा माना जाता है प्रतिदिन स्फटिक की माला से इस मंत्र का जाप करने से मनुष्य का मानसिक विकास होने के साथ बौद्धिकता आती है व शत्रु का भय मन से दूर होता है। साथ ही संघर्ष करने की शक्ति भी मिलती है। यही नहीं आप ध्यान लगाने के लिए इस मंत्र का प्रयोग भी कर सकते है:जटाधाराम पाण्डुरंग शूलहस्तं कृपानिधिम, सर्व रोग हरं देव, दत्तात्रेयमहं भज!!
इस मंत्र के अलावा आप दत्तत्रेय की साधना को इस अन्य मंत्र द्वारा कर सकते है। मंत्र है: ऊँ अस्य श्री दत्तात्रेय स्तोत्र मंत्रस्य भगवान नारद ऋषिः अनुष्टुप छंदः,श्री दत्त परमात्मा देवताः, श्री दत्त प्रीत्यर्थे जपे विनोयोगः! इस साधना को करने के लिए जरूरी है की आप अपने आसान के पास एक बर्तन मे पानी से भरा बर्तन रखे और लाल रंग के कपड़े मे दत्तात्रेय की प्रतीमा या मूर्ति को बना ले, फिर बाएं हाथ में फूल और चावल के कुछ दाने लेकर इस मंत्र के द्वारा साधना शुरू करे।
जैसे की हमे ऊपर बताया की दत्तात्रेय को भगवान विष्णु का रूप भी माना गया है तो ये लक्ष्मी के स्वामी भी माने गए है। इनकी साधना कर आप माँ लक्ष्मी को प्रसन्न कर घर मे छाई पैसो की तंगी व दरिद्रता को भी दूर कर सकते है। इसके लिए मंत्र है: ॥ ऊं ह्रीं विद्दुत जिव्हाय माणिक्यरुपिणे स्वाहा ॥ इस मंत्र का तुलसी की माला से 9 माला जाप करना होगा लेकिन इस साधना को करने से पहले आप एक बाजोट पर पीला कपड़ा बिछा दे, फिर उसपर दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्थापित कर दे। इसके बाद उसके सामने एक मिट्टी का घड़ा रख दे, उसके ऊपर एक सूखे नारियल को लाल चुनरी मे लपेट कर रख दे। जिसके चारो तरफ पत्ते लगा दे। इसके बाद आप तुलसी दल, बिल्वपत्र और गेंदे के फुल को भगवान के सामने अर्पित करे और मेवे का भोग लगा दे। आपको 5 अखंड दीपक जलाने होंगे, जो साधना शुरु होने से लेकर पूरी रात तक जलते रहे चाहिए। यहां आपका आसान पीला या लाल रंग का हो सकता है।
करे ।
इसी प्रकार हम आपको एक ऐसा मंत्र है जिसके जाप से आप अपने शत्रुओ से छुटकारा पा सकते है। वो मंत्र है: ॥ ऊं द्रां ह्रीं स्पोटकाय स्वाहा ॥ इस मंत्र का रुद्राक्ष की माला से 8 माला जप करना होगा, पर इस साधना को करने से पहले आप दत्तात्रेय भगवान का चित्र स्थापित करले फिर उसके सामने एक सूखे नारियल को काले कपडे मे लपेट कर उसे मोली सूत्र से बांध ले और एक सुपारी के साथ उसे भगवान को अर्पित करे। जब मंत्र जप पूरा हो जाये तो भगवान को मीठे रोटी का भोग लगा दे और उसमे से एक भाग को कव्वे को और एक भाग को कुत्ते को खिला दे। आप कपडे में लिपटे उस नारियल को किसी शिव मंदिर में जाकर शिव को अर्पित करते हुए अपने शत्रु से निजात पाने की प्रार्थना करे। इसका प्रभाव आप जल्द दे सकेंगे।
यही नहीं अगर आप दत्तात्रेय साधना द्वारा किसी इंसान को अपने वश मे करना चाहत है तो उसके लिए भी मंत्र का प्रयोग कर सकते है। “तुलसी-बीजचूर्ण तु सहदेव्य रसेन सह। रवौ यस्तिलकं कुर्यान्मोहयेत् सकलं जगत्।। इसका जप करने से पहले आप तुलसी के बीज का चूर्ण बनाकर सहदेवी के रस में पीस ले फिर उसे माथे पर तिलक के रूप में लगा ले। माना जाता है फिर उसे देखने वाला इंसान फिर वश मे हो जाता है, आपकी ओर आकर्षित होने लगता है।
किसी पर वशीकरण करने का एक अन्य दत्तात्रेय मंत्र हम आपको बताते है, जिसे करने के लिए किसी भी बुधवार की रात को पीले रंग का कपड़ा पहन ले और उसी रंग के आसान पर मुख उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ कर बैठें जाये में होना चाहिए। आप अपने सामने चौकी पर भी पीला वस्त्र बिछाकर उस पर दत्तात्रेय यंत्र रखें दे और फिर उस पर सिंदूर रखें। इसके बाद घी का एक दीपक जला ले और रुद्राक्ष की माला से मंत्र का 11 माला का जप करें। मंत्र – ‘‘ॐ श्रीं हृीं क्लीं ग्लौं द्राम दत्तात्रेयाय नमः’’। जाप पूरा कर लेने के बाद उस सिंदूर को एक चाँदी की डिबिया में संभालकर रख दे। इसके बाद आप जब भी इस सिंदूर को लगाकर उस व्यक्ति के सामने जाएँगे जिसको वश मे करना चाहते है, तो वो आपकी ओर आकर्षित होने लगेगा। शादीसुदा महिलाए भी इसका प्रयोग कर सकती है अगर उन्हे लगता है की उनके पति का ध्यान किसी दूसरी महिला की और जाने लगा है। तो अपने पढ़ा की किसी तरह भगवान दत्तात्रेय की साधना आपको हर परेशानियों से छुटकारा दिलाने मे मदद करती है। ऊपर बताए गए मंत्रों के अलावा दत्तात्रेय साधना के ऐसे कितने ही और मंत्र है जो मनुष्य की समस्यायों का हल करने की शक्ति रखते है, जिनका प्रयोग करके यकीनन आप अपने जीवन को सुखी बना सकते है।