दुश्मन को खत्म करने का टोटका

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दुश्मन को खत्म करने का टोटका

दुश्मन को खत्म करने का टोटका, हर किसी की तरक्की की राह में रोड़े अटकाने वाले दुश्मनों की कमी नहीं होती है। कई बार दुश्मनों का आतंक काफी हद तक बढ़ जाता है, जिसकी वजह से कई काम बिगड़ जाते हैं, कुछ दुश्मनी पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका की निजी जिंदगी और परिवारिक खुशीं में भी खलल डालते हैं।

दुश्मन को खत्म करने का टोटका

दुश्मन को खत्म करने का टोटका

दुश्मन का कोई जाति-धर्म या लिंग नहीं होता है। वे कहीं भी, कभी भी घात लगा सकते हैं। यदि आप भी किसी दुश्मन से परेशान हैं और उन्हें खत्म करना चाहते हैं तो नीचे बताए गए कुछ टोटके को आजमा सकते हैं। ये टोटके वैदिक रीति और तांत्रिक साधनाओं के अतिरिक्त जादू-टोने वाले तरीके से किए जाते हैं।

पारंपरिक टोटका

    • अगर आप किसी की दुश्मनी के अकारण परेशान हो गए हों, तो साबूत उड़द की काली दाल के 38 और साबूत चावल के 40 दानें को मिला लें। उसे मंदिर परिसर या अपने घर के खुले स्थान पर साफ-सुथरी जगह पर तीन इंच गडढा कर जमीन के नीचे दबा दें। उसके ऊपर नींबू निचोड़ दें। इस कार्य को आधी रात को करें और इस दौरान दुश्मन का नाम लेते रहें। यह प्रयोग प्रेम-संबंध बिगाड़ने वाली व्यक्तिगत दुश्मनी को खत्म करने में काफी सहायक सबित होगा।
    • यदि कोई व्यक्ति घरेलू कलह बढा रहो हो और गलत अफवाहों के जरिए दुश्मनी निकाल रहा हो तो शौच क्रिया के दौरान ही उसके विरूद्ध टोटका करें। पानी से वहीं पर पैर या हाथ की उंगली के सहारे से उस व्यक्ति का नाम लिखें। शौचालय से बहार निकलते समय उस स्थान पर दाएं पैर से तीन बार ठोकर मार दें। 
    • शनिवार की रात को सात लौंग लेकर उसपर अपने दुश्मन का नाम लेकर फूंक मारें। अगले दिन रविवार को सभी लौंग को जला दें। इस टोटके को सात शनिवार तक करें। इससे दुश्मन का वशीकरण हो जाता है और वह विरोध के बजाय तारीफ करने लगता है।
    • बहुत ही पुराने समय चला आ रहा यह टोटका फटे जूत से किया जाता है। उसे अपने घर के किसी काने में लटका दें। इससे पहले इसके तलवे में दुश्मन का नाम लिख दें।
    • थोड़ी सी नमक लें और उसे शाम के समय अपने सिर से तीन बार उतार लें और उसके बाद दुश्मन का नाम लेते हुए दरवाजे के बाहर फेंक दें। ऐसा दिन में तीनो पहर यानी सुबह, दोपहर और शाम को करते हुए तीन दिनों तक लगातार करें। 

 तांत्रिक साघना और टोटका 

दुश्मन को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए चार कीलों से काल भैरव के समक्ष किया जाने वाला तांत्रिक साधन इस प्रकार है- 

    • बाजार से अमावस्या के दिन दो इंच की सिर्फ चार कीलें खरीद लाएं। उसी रात को ठीक दस बजे दक्षिण दिशा की ओर काल भौरव की एक तस्वीर लकड़ी की चैकी या तख्ते पर रखें, जिसका मुंह उत्तर दिशा की ओर हो। उसके सामने काले आसन पर बैठ जाएं। तस्वीर के सामने सरसो तेल का चार बाती वाल दीपक जलाएं। 
    • चार कीलों को अलग-अलग मौली से लपेटकर भैरव के सामने रख दें और उनसे हाथ जोड़कर विधि को संपन्न करने की प्रार्थना करें। साथ ही इस दौरान होने वाली या पिछली हुई भूल के लिए क्षमा मांगें।
    • उसके बाद एक हवन कुंड तैयार करें और हूं हूं फट स्वाहा का मंत्र 108 बार बोलें। प्रत्येक मंत्र के बाद काली सरसों से आहूति दें। इस पूरी विधि के संपन्न होने पर ही उस स्थान से उठें।
    • विधि संपन्न होने के बाद टोटके की बारी आएगी। पूजन और हवन सामग्री को छोड कीलों को मौली में से निकाल संभालकर रख लें। अगले दिन दुश्मन के घर के दरवाजे के साथ की दीवार कीलों को ठोक दें।  और बची समग्री को नीद में प्रवाहित कर दें। घर आकर गंगा जल से घर में छिडकाव करें।
    • अन्य तांत्रिक टोटका इस प्राकार है। शुक्ल पक्ष के किसी भी बुधवार के दिन पांच गोमती चक्रों अपने सिर के चारों ओर घुमाकर फेंक दें।ं                                                                               

ज्योतिषीय और वैदिक टोटका

शत्रु और शंत्रुता को ज्योतिषीय उपाय के रूप में टोटका कर खत्म किया जा सकता है, इससे पहले शत्रु के प्रभाव का अंदाजा लगाना आवश्यक है। उस आधार पर किए जाने वाले कुछ टोटके इस प्रकार  हैं-

    • एक भोजपत्र पर लाल चंदन से शत्रु का नाम लिखें और उसे शहद की शीशी में भिगोकर रख दें। कुछ दिनों में आपका शत्रु परास्त होकर शांत हो जाएगा।
    • खासकर प्रेमियों के लिए उपयोग में लाया जाने वाल यह टोटका वैसे दुश्मन को खत्म करने के लिए उपयोग हो सकता है, जो पीछे पडा हुआ हो और उनके प्रेम में बाधा डालने की कोशिश में लगा हो। प्रेमी युगल को हनुमान भगवान की पूजा करनी चहिए। उन्हें प्रत्येक मंगलवार या शनिवार को हनुमान की मूर्ति पर लाल गुलाब का फूल चढाएं और बजरंग वाण का पाठ करें।
    • मंगलवार की सुबह सूर्योदय से पहले हनुमान मंदिर जाएं और उनके माथे पर मोर पंख की मदद से सिंदूर से दुश्मन का नाम लिखें। उस मोर पंख को अपने घर के मंदिर में रखें और अगले रोज सुबह नदी में प्रवाहित कर दें। 
    • चाहे कैसा भी दुश्मन क्यों न हो उससे छुटकारा पाने के लिए सूर्योदय से पहले दिए गए मंत्र का जाप 108 बार करें। इस जाप को सामान्य विधि-विधान के साथ किसी शांत स्थान पर प्रतिदिन तबतक करें जबतक कि दुश्मन परास्त न हो जाए। मंत्र है- नृसिंहाय विद्यहे, वज्र नखाय धीमही तन्नो नृसिंह प्रचोदयात!!
    • काली पूजन और मंत्र जाप से भी शत्रु का नाश किया जा सकता है। अमावस्या की या रविवार की रात को उपाय करें। दक्षिण दिशा की ओर मुंहकर अपने सामने काले रंग के कपडे पर देवी काली की तस्वीर या मूर्ति रखें। उनका विधिवत पूजन करें। पूजन के बाद एक नींबू पर सिंदूर से अपने दुश्मन का नाम लिखें। उसके बाद रूद्राक्ष की माला से क्रीं क्रीं शत्रु नाशिनी क्रीं क्रीं फट मंत्र का जाप 108 बार करें। जाप के बाद नींबू पर उड़द की दाल चढा दें और देवी काली से दुश्मन को खत्म करने की प्रार्थना करें। अंत में नींबू को वहीं जमीन मंे गाड दें।
    • छोटी इलायची, लाल चंदन, सिंदूर, ककड़ सिंघी से धूप बनाएं । उसे रोज सुबह दुश्मन का नाम लेते हुए जलाएं। इस टोटके के चार दिन बाद ही असर दिखने लगेगा। 

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