शिव वशीकरण मंत्र साधना

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शिव वशीकरण मंत्र साधना

शिव वशीकरण मन्त्र, शिव साधना के उपाय, शिव को प्रसन्न करने की तंत्र सिद्धि- तंत्र साधना और वशीकरण में शिव मन्त्र साधना का विशेष महत्त्व है. शिव मंत्र साधना से आप अपनी कामनाओं की पूर्ति तो कर ही सकते हैं. साथ ही इससे आपको अभूतपूर्व आध्यात्मिक लाभ भी होता है. शिव साधना और मन्त्र जाप से और मानसिक शांति, संकल्प और संयम बढ़ते हैं. शिव की साधना करने से साधक चरित्रवान, गुणवान, और अनुशासन का पालन करने वाला बन जाता है. शिव मंत्र साधना में अलग-अलग उद्देश्य की प्राप्ति के लिए अलग-अलग से साधना की विधि है. शिव को प्रसन्न करने की तंत्र सिद्धि में सही दिशा और प्रक्रिया का विशेष महत्व है. शिव साधना में किसी दिशा विशेष की तरफ मुख करके मंत्र जाप करने से एक विशेष उद्देश्य प्राप्ति का उपाय किया जाता है. शिव को प्रसन्न करने के लिए सावन के महीने में मंत्रों का उच्चारण करने से विशेष लाभ होता है|

शिव वशीकरण मंत्र साधना

शिव वशीकरण मंत्र साधना

शिव वशीकरण

अगर आप किसी का वशीकरण करना चाहते हैं तो आपको पूर्व दिशा में मुख करके शिव मन्त्र का उच्चारण करना चाहिए. इस दिशा में मुख करके मंत्र पढ़ने से वशीकरण शीघ्र फलित होता है. घर में धन सम्पदा की वृद्धि के लिए पश्चिम की ओर मुख करके शिव मन्त्र का जाप करना चाहिए. अगर आप किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति करना चाहते तो आपके लिए पूर्व या उत्तर की तरफ मुख करके मंत्र का जाप करना उचित होगा. अगर आपके घर में कलह और विवाद ज्यादा होते हैं तो आपको उत्तर दिशा की तरफ मुख करके शिव मन्त्रों का जाप करना चाहिए. शिव मंत्र साधना से अगर आप अपने शत्रुओं से छुटकारा पाना चाहते हैं या शत्रु मारण का प्रयोग करना चाहते हैं तो आपको शिव मंत्र को दक्षिण दिशा की तरफ मुख करके जाप करना चाहिए. शत्रुओं का विनाश करने के लिए वायव्य दिशा यानि उत्तर-पश्चिम दिशा के अभिमुख होकर मंत्र जप करें|

अगर आप चाहते हैं कि आपके ज्ञान में वृद्धि हो तो आपको उत्तर-पूर्व दिशा में मुख करके मंत्र जाप करें. ऐसा करने से आपकी बौद्धिक प्रखरता बढ़ेगी ओर पढ़ाई में मन लगेगा तथा प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त होगी. अगर आप अपने भीतर आकर्षण की शक्ति पैदा करना चाहते हैं तो आपको दक्षिण पूर्व दिशा में मुख करके शिव मंत्र का जाप करना चाहिए. इस दिशा की ओर मुख करके शिव की आराधना करने से आपको यौवन ओर सौन्दर्य की प्राप्ति होगी. हर तरह की उन्नति में आध्यात्मिक उन्नति सर्वश्रेष्ठ है इसलिए शिव मंत्र साधना में आध्यात्मिक उन्नति पर विशेष ध्यान दिया जाता है. आप अपने मन को आध्यात्मिक ऊर्जा से अगर भरना चाहते हैं आपको दक्षिण-पश्चिम दिशा की तरफ मुख करके भगवान शिव के मन्त्रों का जाप करना चाहिए|

शिव वशीकरण मंत्र

शिव मंत्र साधना की शुरुआत करने के लिए सोमवार का दिन अति उत्तम रहता है. आप सोमवार के दिन किसी शिव मंदिर या घर में ही शिव की आराधना कर सकते हैं. आप एक शिव का चित्र या मूर्ति ले लें. इसके अलावा आपको पुष्प, रुद्राक्ष की माला, धूप, दीप, फल, घी का दीपक, नवेद आदि सामग्री की आवश्यकता होगी. अब दिशा शोधन करने के लिए थोड़ा सा जल लेकर “ओम श्रीं ओम” का उच्चारण करते हुए पानी चारों दिशाओं में छिड़क दें. ऐसा करने से दिशाएं शुद्ध हो जाती हैं. अब भगवान शिव की मूर्ति से चित्र के सामने साफ़ आसान लगाकर बैठ जाएँ. धूप, दीप ओर पुष्पों की सहायता से भगवान शिव का अब थोड़ी देर प्राणायाम करें. इससे सांसों का शुद्धिकरण हो जाता है. अब एक रुद्राक्ष की माला लेकर 21 बार इस मंत्र से माला जाप करें. मंत्र इस प्रकार है – “ॐ हंस सोहं परम शिवाए नम:”

 शिव को प्रसन्न करने की तंत्र सिद्धि

इस तरह की साधना आप शिवरात्रि के 11 दिन पूर्व सोमवार से शुरू कर सकते हैं. इस शिवरात्रि के दिन 4 प्रहर पूजा करें ओर सुबह आरती अवश्य करें. अगर आप शिव मंत्र साधना शिवरात्रि पर नही कर रहें है तो कभी भी सोमवार से शुरू करके शिव साधना को लगातार 21 सोमवार करें. अगर आपको लगता है कि आपके दुश्मन से आपको ख़तरा है तो आप पपीता के 21 बीज तथा कच्चा दूध लेकर भगवान शिव के मंदिर जाएँ. यहाँ आप भगवान शिव को दूध चढ़ा दें ओर पपीते के बीज उनके सम्मुख रख दें. अब अपना पूरा नाम लेकर भगवान शिव से दुश्मन से सुरक्षा के लिए प्रार्थना करें तथा रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें. मंत्र समाप्ति पर बीजों को इकठ्ठा कर लें ओर एक ताम्बे के ताबीज में डालकर गले में पहन लें|

शिव साधना के उपाय करने पर आप अपनी हर तरह की मनोकामना की पूर्ति कर सकते हैं. घर में धन की वृद्धि के लिए आपको भगवान शिव के मंदिर में चावल चढ़ाना चाहिए. घर में सुख और शांति के लिए आप शिवजी को गेहूं अर्पित करें. भगवान शिव को विशेष पदार्थ चढ़ाने पर विशिष्ठ लाभ प्राप्त किया जा सकता है|

 शिव साधना के उपाय

अगर आप या आपके परिवार में कोई बुखार से पीड़ित है तो आपको शिव मंदिर में जल चढ़ाना चाहिए. इसके अतिरिक्त अगर आप चाहते हैं कि आपको संतान सुख प्राप्त हो जल के प्रयोग से भगवान शिव की पूजा करें. टी बी के रोगी को भगवान शिव का शहद से अभिषेक करना चाहिए. शारीरिक शक्ति की प्राप्ति के लिए भगवान शिव का गाय के दूध ओर घी से अभिषेक करने पर अभूतपूर्व लाभ होता है. अगर आप दिमाग के काम ज्यादा करते हैं तो अपनी बुद्धि को प्रखर करने के लिए भगवान शिव को शक्कर मिला दूध चढ़ाएं. अगर आप चाहते हैं कि आपके जीवन में आनंद सदैव बना रहे तो आपको शिव लिंग पर गन्ने का रस चढ़ाना चाहिए|

किसी भी तरह की मनोकामना की प्राप्ति के लिए श्रावण मास में 21 बेल पत्र लेकर उन पर “ॐ नम: शिवाय” लिखकर शिव मंदिर में शिव लिंग पर चढ़ाएं. कई भक्त शादी नही होने के कारण परेशान रहते हैं. ऐसे भक्तों को सावन के महीने में दूध में केसर मिलाकर शिव लिंग पर चढ़ाना चाहिए. घर में सुख शांति ओर प्रेम के लिए सावन माह में नंदी यानि बैल को ताज़ा हरा चारा खिलाएं. दीर्घायु प्राप्ति के लिए भगवान शिव को दूर्वा अर्पित करना चाहिए. भगवान शिव ‘भोले’ भी कहा जाता है. भोले को मानना बहुत ही आसन है, इसलिए शिव मंत्र साधना से कोई भी साधक भगवान शिव को आसानी से मना सकता है. शिव मंत्र साधना का प्रयोग कर भक्त अपने सभी कार्यों ओर मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकते हैं|